भूल नहीं सकता कभी कोइ,
-अपने दिल-ए-गुलज़ार को,
-उनके नशिली आवाज़ को,
-उनके मासूम इकरार को,
-उनके हंसी अन्दाज़ को,
-उनके प्यारी मुश्कान को,
-उनके सुहाने एह्सास को,
-उनकी बलखाती चाल को
भूल नहीं सकता कभी कोइ,
अपने आशिक-ऎ-खयाल को..
@ Dins;
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