न होगी फिकर तुझे
तेरी जिंदगी की,
तो कोई बात नहीं |
पर चिंता उन्हें तेरी जरुर होगी,
जिन्हें तू घर भूल आया है |
लटकते रहे यूँ ही तो,
जिंदगी भी तेरी लटकती रहेगी |
तेरे चले जाने के बाद,
तेरे अपनों की जान फिर
ताउम्र तड़पती रहेगी |
जी ले जी भर कर संग
अपनों के, कौन जाने
ये जिंदगी फिर रहे न रहे |
- दिनेश सरोज
तेरी जिंदगी की,
तो कोई बात नहीं |
पर चिंता उन्हें तेरी जरुर होगी,
जिन्हें तू घर भूल आया है |
लटकते रहे यूँ ही तो,
जिंदगी भी तेरी लटकती रहेगी |
तेरे चले जाने के बाद,
तेरे अपनों की जान फिर
ताउम्र तड़पती रहेगी |
जी ले जी भर कर संग
अपनों के, कौन जाने
ये जिंदगी फिर रहे न रहे |
- दिनेश सरोज
छवि साभार: गूगल छवि
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