तेरी खुशबु इस धारा पर सदा ही महकती रहेगी,
अस्मां भी तेरे शान की गवाही देगा सदा,
तू रहे न रहे जहाँ में लेकिन ए बन्दे,
तेरा वजूद हर-इक दिल में धड़कता रहेगा,
तू रहेगा जिन्दा सदा हमारे दिलों में,
ये चमन बिखेरता रहेगा तेरी रवानी जहाँ में,
भौंरे तेरे मौज का संगीत सुनाते रहेंगे,
तेरा हाथ रहे न रहे फिर मेरे हाथ में कभी,
उसकी पकड़ मेरे साथ सदा रहेगी,
कायनात का हर जर्रा सुनाएगा तेरी दास्ताँ,
तेरी हुकूमत में औलिया भी सर नवाजेंगे|@ Dins'